हल्द्वानी में मेयर गजराज सिंह बिष्ट द्वारा शुक्रवार को कठघरिया चौराहे का नाम बदलकर “1008 बाबा हैड़ाखान चौक” और कठघरिया मंदिर से चंबल पुल तक सड़क का नाम बाबा हैड़ाखान मार्ग रखे जाने को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस नामकरण समारोह में नगर निगम के किसी अधिकारी या कर्मचारी की गैरमौजूदगी ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। नगर निगम की आयुक्त ने इसे मेयर का निजी आयोजन बताया है, जिससे निगम प्रशासन और मेयर के बीच टकराव की आशंका और बढ़ गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा हाल ही में कुछ क्षेत्रों के नाम बदलने के बाद यह मुद्दा और संवेदनशील हो गया है। खास बात यह है कि 17 अप्रैल को राज्य सरकार ने स्पष्ट आदेश जारी किया था कि बिना पूर्व अनुमति के कोई भी सार्वजनिक स्थल, सड़क या चौराहा नामित नहीं किया जाएगा। इसी आदेश का हवाला देते हुए नगर निगम प्रशासन ने समारोह से दूरी बनाए रखी।
हालांकि, मेयर गजराज बिष्ट का कहना है कि नगर निगम की बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया था और स्थानीय जनता की लंबे समय से यह मांग थी।