रुद्रपुर की प्रमुख गल्ला मंडी सोमवार सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठी। अवैध कब्जे का विरोध करने पर ईश्वर कॉलोनी निवासी गुरमेज सिंह संधू (62) और उनके छोटे बेटे मनप्रीत सिंह (28) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने उनके बड़े बेटे सुरेंद्र सिंह उर्फ हनी पर भी गोली चलाई, लेकिन वह बाल-बाल बच निकला। दोहरे हत्याकांड की सूचना पर पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने दो नामजद अभियुक्तों सहित 10-15 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश जारी है।
गुरमेज सिंह ने आठ महीने पहले बैंक नीलामी से “लुधियाना एग्रो ट्रेडर्स” नामक दुकान खरीदी थी। सोमवार तड़के उन्हें दुकान में जबरन कब्जे की खबर मिली। जब वह मनप्रीत के साथ पहुंचे तो देखा कि जेसीबी से दुकान की दीवार तोड़ी जा रही थी। विरोध करने पर उन पर गोलियां चलाई गईं। गंभीर रूप से घायल गुरमेज और मनप्रीत को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
मुख्य आरोपी दिनेश सलूजा के पैर में गोली लगी पाई गई। घटना के बाद वह खुद थाने पहुंचा और फिलहाल निजी अस्पताल में इलाजरत है। इस घटना को लेकर स्थानीय संगठनों ने भी सवाल उठाए हैं। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने कहा कि दिनेश को गोली लगने की परिस्थितियां संदेहास्पद हैं और जांच जारी है।