उत्तराखंड में डीएलएड तथा शिक्षक भर्ती में एक बार फिर असमंजस की स्थिति बनी हुई है, द्विवर्षीय डीएलएड प्रवेश परीक्षा (2019-20) में वेटिंग लिस्ट से सेलेक्ट हुए स्टूडेंट्स और डायरेक्ट सेकंड सेमेस्टर के लिए रजिस्टर्ड 153 विद्यार्थी जिनका
कहना है कि वेटिंग लिस्ट में चयन की वजह से उनके प्रशिक्षण की समयावधि आगे बढ़ी है और द्वितीय, तृतीय तथा चतुर्थ सेमेस्टर सफलतापूर्वक पूर्ण करने के पश्चात अब भी प्रथम सेमेस्टर शेष बचा है ।
एक और जहां प्राथमिक शिक्षक भर्ती की विज्ञप्ति जारी होने को है वही दूसरी ओर उन्हें यह डर बना हुआ है की वेटिंग लिस्ट चयन की वजह से लेट हुआ उनका प्रशिक्षण इस भर्ती में उनके भाग न ले पाने का कारण न बन जाए, जिसके लिए विद्यार्थियों ने उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्या भी बताई।
प्रशिक्षुओं का कहना है की वेटिंग लिस्ट में चयन की वजह से उनका पहला सेमेस्टर अभी पूर्ण भले ही ना हुआ हो पर वे भी उसी सेशन के अन्य प्रशिक्षुओं की तरह (जिन्होंने सभी सेमेस्टर पूर्ण कर लिए है) पूर्णतः योग्य हैं और उन्हें भी भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने का अवसर दिया जाना चाहिए।
प्रशिक्षुओं ने बीते शुक्रवार को इस विषय को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को ज्ञापन भी दिया। जिसमें उन्होंने कहा की वे तीनो द्वितीय,तृतीय और चतुर्थ सेमेस्टर उत्तीर्ण कर चुके हैं और साथ ही 24 और 96 दिवसीय विद्यालय अनुभव भी ले चुके है।
उनका प्रथम सेमेस्टर एक जनवरी 2024 से शुरू हुआ था और जून 2024 तक पूरा होगा। प्रशिक्षुओं को समाचार पत्रों और विभागीय कार्यालय से यह जानकारी मिली थी कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती के विज्ञप्ति जल्द जारी की जाएगी।
परंतु यदि भर्ती प्रक्रिया जून 2024 से पहले शुरू हो जाती है, तो वे आवेदन नही कर पाएंगे।
क्योंकि उनका प्रथम सेमेस्टर जो पहले ही पूरा होना सुनिश्चित हो सकता था तब तक पूरा नहीं हुआ होगा।
वही शिक्षा मंत्री ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि वह किसी प्रशिक्षु के साथ अन्याय नहीं होने देंगे, और इस समस्या के निवारण के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
