नैनीताल में एक बच्ची से हुई घटना को लेकर जनाक्रोश चरम पर पहुंच गया। बुधवार को आयुक्त दीपक रावत को ज्ञापन सौंपने के बाद गुस्साई भीड़ आरोपी उस्मान के घर की ओर बढ़ चली। पुलिस ने उन्हें चीना बाबा चौराहे पर रोकने की कोशिश की, लेकिन कुछ लोग आंतरिक रास्तों से होते हुए रुकुट कंपाउंड में आरोपी के घर के पास तक पहुंच गए। वहां बुलडोजर चलाने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी हुई।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बुधवार रात से ही पुलिस व पैरामिलिट्री बल पूरे शहर में तैनात कर दिए गए। गुरुवार सुबह एसपी डॉ. जगदीश चंद्रा ने कोतवाली में फोर्स को ब्रीफ किया और स्पष्ट किया कि कानून हाथ में लेने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। मल्लीताल, तल्लीताल और प्रमुख चौराहों पर भारी सुरक्षा बल मौजूद रहा।
उधर, घटना के विरोध में अधिकांश व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे, लेकिन मल्लीताल व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन नेगी ने अपनी दुकान खुली रखी। प्रदर्शनकारियों ने इसका विरोध किया, जिस पर नेगी ने कहा कि वह घटना की निंदा करते हैं, लेकिन पूरे समुदाय को दोष देना गलत है। उन्होंने हिंसात्मक विरोध और सांप्रदायिक रंग देने की प्रवृत्ति पर भी नाराजगी जताई।