अल्मोड़ा स्थित बेस अस्पताल, जो मेडिकल कॉलेज के अधीन है, में अब श्वास संबंधी रोगों के लिए अत्याधुनिक स्पाइरोमीटर मशीन स्थापित की गई है। यह मशीन फेफड़ों की कार्यक्षमता को मापने में सक्षम है और इससे दमा सहित अन्य सांस की समस्याओं से जूझ रहे मरीजों को काफी लाभ मिलेगा। पहले इस जांच के लिए मरीजों को बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था, लेकिन अब यह सुविधा स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध है।
स्पाइरोमीटर एक उन्नत तकनीक है, जिसे कंप्यूटर से जोड़कर उपयोग किया जाता है। मरीज के सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया की रीडिंग लेकर यह मशीन एक ग्राफ तैयार करती है, जिससे फेफड़ों की स्थिति स्पष्ट होती है। चिकित्सकों को इससे रोग की सटीक जानकारी मिलती है, जिससे इलाज अधिक प्रभावी तरीके से किया जा सकता है।