प्रदेश में लम्बे समय से वर्षा न होने के चलते पर्वतीय और मैदानी दोनों क्षेत्रों में सूखी ठंड लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि निकट भविष्य में भी मौसम में बदलाव की संभावना कम है और प्रदेशभर में इसी तरह की स्थितियाँ बनी रह सकती हैं। पोस्ट-मानसून अवधि में अपेक्षित बारिश न होने के कारण दिन और रात के तापमान में स्पष्ट अंतर महसूस किया जा रहा है। सुबह और शाम की ठिठुरन बढ़ रही है, जबकि मैदानों में हल्का कोहरा भी छाने लगा है।
दिन के समय अधिकतम तापमान नीचे आने से ठंडक का एहसास बढ़ गया है, वहीं रात के समय न्यूनतम तापमान लगातार गिर रहा है, जिससे रातें ज्यादा सर्द महसूस हो रही हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 26 नवंबर तक प्रदेश में शुष्क मौसम रहने के आसार हैं।
वर्षा के आंकड़ों पर गौर करें तो देहरादून में नवंबर में सामान्यतः 9.5 मिमी बारिश दर्ज होती है, लेकिन इस बार अब तक बिल्कुल भी वर्षा नहीं हुई है। पूरे प्रदेश का औसत 4.4 मिमी रहता है, जो फिलहाल शून्य पर है। विशेषज्ञों का मानना है कि बारिश होने पर ही इस सूखी ठंड से राहत मिल सकती है।
गुरुवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से दो डिग्री ज्यादा है, जबकि न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है।
