उत्तराखंड ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय फेंसिंग टूर्नामेंट की मेजबानी की और एशियन कैडेट कप का सफल आयोजन किया। शुक्रवार से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के मानसखंड परिसर स्थित बहुउद्देशीय हॉल में प्रतियोगिता की शुरुआत हुई, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। टूर्नामेंट निदेशक सागर लागू ने बताया कि नेशनल गेम्स के बाद राज्य में इतनी बड़ी प्रतियोगिता पहली बार आयोजित हुई। यह भारत में भी एशिया स्तर की पहली फेंसिंग चैंपियनशिप रही, जिसके लिए सभी तैयारियां वैश्विक मानकों पर की गईं और खेल विभाग तथा प्रशासन ने पूर्ण सहयोग प्रदान किया।
चार दिन चले इस आयोजन में अंडर-17 वर्ग के लड़के और लड़कियों ने फॉइल, एपी और सेबर कैटेगरी में अपने हुनर का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में छह लीग और छह नॉकआउट राउंड खेले गए। 19-20 सितंबर को व्यक्तिगत मुकाबले जबकि 21-22 सितंबर को टीम इवेंट संपन्न हुए। भारत से 192 और अन्य देशों से करीब 50-60 खिलाड़ियों ने भागीदारी की, साथ ही 60 से अधिक सपोर्ट स्टाफ भी मौजूद रहा। विदेशी खिलाड़ी गुरुवार को उत्तराखंड पहुँचे और नैनीताल व ऊधमसिंह नगर में ठहरे। शुरुआत में 21 देशों ने रुचि दिखाई थी, लेकिन अंततः 17 देशों ने ही हिस्सा लिया। पाकिस्तान, नेपाल, चीन, मलेशिया, सीरिया और ईरान की टीमें इसमें शामिल नहीं हो सकीं।