उत्तराखंड के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान आईआईटी-रुड़की में डेटा सुरक्षा को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। पता चला है कि 30,000 से अधिक छात्रों और पूर्व छात्रों की निजी जानकारियां लंबे समय से एक सार्वजनिक वेबसाइट पर उपलब्ध थीं। इस लीक को डेटा गोपनीयता की गंभीर चूक माना जा रहा है। संस्थान ने तुरंत आंतरिक जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, यह डेटा संभवतः शैक्षणिक मामलों के विभाग के रिकॉर्ड से इलेक्ट्रॉनिक रूप से चोरी किया गया और फिर सार्वजनिक कर दिया गया। लीक डेटाबेस में छात्रों व अभिभावकों के मोबाइल नंबर, ईमेल, जातिगत विवरण, वित्तीय पृष्ठभूमि, प्रवेश और स्नातक वर्ष जैसी संवेदनशील जानकारी मौजूद है। केवल नामांकन संख्या दर्ज करने पर तस्वीर समेत पूरी प्रोफाइल तक पहुंच संभव थी। एक प्रोफेसर ने बताया कि यह स्पष्ट रूप से साइबर सुरक्षा और व्यक्तिगत गोपनीयता का उल्लंघन है। उप निदेशक यूपी सिंह ने कहा कि मामले को आवश्यक कार्रवाई हेतु डीन (शैक्षणिक मामले) और डीन (छात्र कल्याण) को भेजा गया है। बताया जा रहा है कि संबंधित वेबसाइट लगभग 10 साल से सक्रिय है और हालांकि इसने चालू वर्ष का डेटा नहीं डाला, पुराने रिकॉर्ड अपडेट होते रहे। एक छात्र के अनुसार, यह चिंताजनक है कि कोई अज्ञात पक्ष इतने लंबे समय से संवेदनशील छात्र डेटा साझा कर रहा था।