दिल्ली विस्फोटों के मास्टरमाइंड डॉ. उमर नबी की गतिविधियों का लिंक उत्तराखंड से जुड़ने के बाद राज्य के मैदानी इलाकों में सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं। एसटीएफ के देहरादून और रुड़की में कैंप लगाने के बाद ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जिलों को हाई-सुरक्षा जोन में रखा गया है। बताया जा रहा है कि उमर की एक चैट में ‘उत्तराखंड मीटिंग के लिए सेफ है…’ जैसे संदेश मिलने के बाद उसके स्थानीय संपर्कों की तलाश तेज कर दी गई है।
मुख्यालय के आदेश पर शनिवार को नैनीताल जिले की सीमाओं पर सख्त चेकिंग अभियान चलाया गया। जिले में प्रवेश करने वाले 13 रास्तों पर अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए और हर वाहन की बारीकी से तलाशी ली गई। हालांकि अभी तक उमर की कोई सीधी कड़ी नैनीताल में नहीं मिली है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां हर संदिग्ध जानकारी की जांच कर रही हैं। मोबाइल चैट में उमर के कई बार उत्तराखंड आने के संकेत मिले हैं, पर किसी तय जगह का खुलासा नहीं है।
खुफिया विभाग उमर के साथ पकड़े गए आमिर राशिद, डॉ. मुजम्मिल, डॉ. आदिल और डॉ. शाहीन के नेटवर्क की भी जांच कर रहा है। इनमें से किसी का भी नैनीताल से संबंध मिलता है तो कार्रवाई उसी आधार पर आगे बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा उमर की कॉल डिटेल में देहरादून के एक डॉक्टर और पिथौरागढ़ की एक महिला से बातचीत की पुष्टि भी सामने आई है।
चेकिंग व्यवस्था
हर चेकिंग टीम में एक एसओ/एचएसओ, दो एसआई और कई कांस्टेबल तैनात किए गए हैं। टीमें टांडा, आम्रपाली, सुभाष नगर बैरियर, चोरगलिया गेट, हल्दुआ, खानपुर चुंगी, गड़प्पू और बाजपुर सहित कुल 13 स्थानों पर चौकसी में लगी हैं।
