नगर निगम के तहत कुल 963 किमी सड़कों में से लगभग 30 प्रतिशत सड़कों की स्थिति खराब है, और फिलहाल इसमें कोई सुधार होने की उम्मीद नहीं है। इसकी मुख्य वजह नगर निगम के पास बजट की कमी होना है। हाल ही में नगर निगम ने 46 सड़कों के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की, लेकिन ठेकेदारों ने इसमें हिस्सा लेने से मना कर दिया। उनका कहना है कि पहले के कार्यों का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। ऐसे में नगर निगम के पास शासन से बजट की मांग करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। लंबे समय से सड़कों की हालत खराब रहने के कारण स्थानीय निवासियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, और वे बार-बार निगम से शिकायत कर चुके हैं। हालांकि, उन्हें बताया गया है कि बजट मिलने पर ही काम शुरू होगा। हालात ये हैं कि नगर निगम ने बजट की कमी के बावजूद 46 सड़कों के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन ठेकेदारों के पिछले 25 करोड़ रुपये के बकाए को लेकर कोई भी ठेकेदार काम करने को तैयार नहीं है। सहायक अभियंता नवल नौटियाल ने भी स्वीकार किया कि नगर निगम के पास धन की कमी के कारण कई सड़कों की मरम्मत अटक गई है।