उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में चाय की एवी2 और टैगडा 78 किस्मों को ग्रीन टी उत्पादन के लिए उपयुक्त पाया गया है। टी बोर्ड अल्मोड़ा के वैज्ञानिकों ने अध्ययन में पाया कि इन किस्मों की पत्तियों में थियानिन की मात्रा एक मिलीग्राम से भी कम तथा पॉलीफिनॉल लगभग 15 मिलीग्राम है। यह अनुपात ग्रीन टी के लिए आदर्श माना जाता है।
थियानिन एक अमीनो एसिड है जो मानसिक शांति और तनाव कम करने में सहायक होता है, जबकि पॉलीफिनॉल शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, हृदय रोगों से सुरक्षा और वजन घटाने में मदद करता है।
टी बोर्ड की देखरेख में ताकुला, चौखुटिया, स्याल्दे, हवालबाग, भैंसियाछाना और धौलादेवी ब्लॉक में चाय के छह बागान विकसित किए गए हैं, जो वर्तमान में 150 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले हुए हैं। यहां एवी2, टैगडा 78, टीएस520 और ऑर्थोडॉक्स किस्मों की चाय उगाई जाती है।
टी बोर्ड अल्मोड़ा द्वारा वर्ष 2023 में 1.08 लाख किलो, 2022 में एक लाख किलो और पिछले साल 1.25 लाख किलो ऑर्थोडॉक्स और ग्रीन टी का उत्पादन किया गया। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इन खास किस्मों की गुणवत्ता अल्मोड़ा की चाय को वैश्विक पहचान दिलाएगी।